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अब अन्ना का हुआ इंडिया अगेंस्ट करप्शन


सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल गांधीवादी अन्ना हजारे के ऐतराज के बाद ‘आईएसी’ के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे.

अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह 26 नवंबर के बाद इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे. 

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा, 'अन्ना हमारे बहुत प्रिय हैं. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं. 26 नवंबर को अपनी पार्टी लॉन्च करने के बाद हम आईएसी नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे.'

अरविन्द केजरीवाल ने रविवार को कहा कि यदि अन्ना हजारे उनसे कहते हैं तो उनका संगठन ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ के नाम का इस्तेमाल नहीं करेगा.

अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह 26 नवंबर के बाद इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे.

केजरीवाल ने कहा कि वह हजारे को अपना गुरू मानते हैं और उनसे हर रोज बात करते हैं.

उन्होंने कहा कि यदि अन्ना कहते हैं कि हम इंडिया अगेन्स्ट करप्शन के नाम का इस्तेमाल बंद कर दें तो ‘‘मैं उसका इस्तेमाल नहीं करूंगा.’’

केजरीवाल से सवाल किया गया था कि हजारे और उनके सहयोगियों का दावा है कि इंडिया अगेन्स्ट करप्शन (आईएसी) नाम उनके पास है.

सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी ने संवाददाताओं से कहा कि आईएसी नाम हजारे के पास है.

उन्होंने कहा कि हम आईएसी के नाम पर दान लेंगे. जनता आईएसी के नाम पर दान दे सकती है. अरविन्द का संगठन पीसीआरएफ है.

हजारे ने कहा कि संगठन का बैंक खाता किरण, सुनीता गोदरा और लेफ्टिनेंट कर्नल बृजेन्दर कोखर के नाम से होगा. ये सभी नयी समन्वय समिति के सदस्य हैं.

अन्ना की नयी टीम की कल पहली बैठक के बाद संगठन ने जोर देकर कहा कि वे आईएसी का नाम अपने पास रखेंगे. किरण ने कहा कि अन्ना ने संगठन नहीं छोडा है बल्कि केजरीवाल के नेतृत्व वाला समूह राजनीति में शामिल होना चाहता था.

किरण ने हालांकि कहा कि अन्ना आंदोलन से अलग नहीं हुए बल्कि अन्य लोग अलग हुए. वे (केजरीवाल) अब पार्टी के नये नाम का ऐलान करेंगे.

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