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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

टीम अन्ना के अंदर भी एक आंदोलन...

नई दिल्ली :  देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने और जनलोकपाल बिल के लिए लड़ाई लड़ रही टीम अन्ना के भीतर ही एक आंदोलन चल रहा है। यहां आम आदमी बनाम एलीट का संघर्ष जारी है, जिससे वॉलंटियर्स बेहद दुविधा में हैं।

आंदोलन से पिछले दो सालों से जुड़े वॉलंटियर्स परेशान ही नहीं हैं बल्कि टीम के भीतर ही अपनी लड़ाई भी जारी रखे हुए हैं। अन्ना का नया ऑफिस अभी ठीक से खुला भी नहीं है, लेकिन कुछ वॉलंटियर्स एक अलग ऑफिस कौशांबी में बनाने की तैयारी कर रहे हैं। ये लोग शनिवार को वह जगह देखने भी पहुंचे।

टीम अन्ना और टीम केजरीवाल अलग होने के बाद वॉलंटियर्स सबसे ज्यादा दुविधा में हैं। ज्यादातर वॉलंटियर्स ने साफ किया कि वे दोनों जगह काम करेंगे। उनका कहना कि जब दोनों एक ही मकसद के लिए काम कर रहे हैं, तो दोनों में से एक को चुनने का कोई मतलब नहीं है। बस यहीं से वॉलंटियर्स की परेशानी भी शुरू हो गई।

वॉलंटियर्स का कहना है कि जब टीम अन्ना ने अपने दिल्ली ऑफिस का चुनाव किया, तो वॉलंटियर्स की सुविधा का जरा भी ख्याल नहीं रखा गया। कोऑर्डिनेशन कमिटी की एक मेंबर ने कहा कि सर्वोदय एनक्लेव जगह इस लिहाज से सही है कि यह एयरपोर्ट से नजदीक है। शुक्रवार को इस नए ऑफिस में बुलाई गई मीटिंग में भी वॉलंटियर्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की। वॉलंटियर्स ने सवाल उठाया कि आंदोलन से जुड़े कितने लोग फ्लाइट से आते हैं, जो उन्हें एयरपोर्ट के नजदीक ऑफिस चाहिए। मीटिंग में पुराने वॉलंटियर्स में से चंद लोग ही पहुंचे, जबकि ज्यादातर लोग ऑफिस के आसपास के इलाकों में रहने वाले बुजुर्ग थे।

टीम अन्ना से दो साल से जुड़े एक वॉलंटियर ने बताया कि हम लोग अब कौशांबी में अलग ऑफिस लेने की तैयारी कर रहे हैं। हम वह ऑफिस देखने भी गए। इसका किराया 18 हजार रुपये महीना है। अगर 36 वॉलंटियर भी 500 रुपये हर महीने देंगे, तो इसका खर्चा निकल आएगा। उन्होंने बताया कि कुछ वॉलंटियर फुल टाइम वर्कर हैं और कुछ जॉब करते हैं। जो लोग जॉब करते हैं, उन्होंने खर्चा देने का वादा किया है। इनका कहना है कि कौशांबी में वैसे तो हम अरविंद केजरीवाल के ऑफिस भी जा सकते थे, लेकिन बार-बार टीम अन्ना में यह कहा जा रहा है कि ये केजरीवाल के लोग हैं। इसलिए हम अलग ऑफिस बनाने की सोच रहे हैं।

उन्होंने बताया कि नोएडा के वॉलंटियर्स भी अपनी मीटिंग अब वहीं कर रहे हैं। वॉलंटियर्स इस बात से नाराज हैं कि आम आदमी बनाम एलीट की लड़ाई टीम के भीतर भी दिखाई दे रही है। उन्होंने बताया कि एक लीडर ने कहा कि अगर पुराने वॉलंटियर्स को नहीं आना है तो वे ना आएं, नए वॉलंटियर्स बन जाएंगे। एक दूसरे लेकिन नए लीडर ने कहा कि आंदोलन झंडा उठाने वालों से नहीं चलता, उसके लिए अच्छे लोग चाहिए। वॉलंटियर्स इस तरह के बर्ताव से बेहद नाराज और दुखी हैं।


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