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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

केजरीवाल की पार्टी की सफलता पर हेगड़े को संदेह


आम आदमी पार्टी को बने अभी कुल जमा एक हफ्ता भी नहीं हुआ है और उसकी सफलता और असफतला को लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त और टीम अन्ना के सदस्य संतोष हेगड़े ने अरविंद की पार्टी की सफलता पर आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक 546 सदस्यों को चुनने के लिए एक बड़ी रकम की जरूरत पड़ती है। यह कार्य इतना आसान नहीं है।

उन्होंने कहा कि आज के समय में किसी भी राजनीतिक पार्टी को चलाने के लिए काफी चीजों की जरूरत पड़ रही है। संतोष ने कहा कि पार्टी के विचार में कई अच्छी बाते हैं पर सवाल यह है कि क्या वह सफल हो पाएंगे? उन्होंने यह सारी बाते उस सवाल के जवाब में कही जिसमें उनसे पूछा गया था कि अरविंद की पार्टी आगे कैसा प्रदर्शन करेगी। संतोष हेगड़े से पहले इसी तरह का सवाल अरविंद की पार्टी को मिले चंदे को लेकर उठा था। पार्टी की शुरुआत के दिन कुल एक करोड़ दो लाख 34 हजार रुपए चंदे के रूप में मिले थे। इसमें एक करोड़ अकेले शांति भूषण ने दान किए थे। 

हेगड़े ने आम आदमी पार्टी के साथ वर्तमाम लोकपाल के मसौदे पर कहा कि प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखने में कोई बुराई नहीं है आखिर वह भी एक लोक सेवक हैं। क्या दूसरे देशों में प्रधानमंत्री पर मुकदमा नहीं चलाया जाता? आप जापान में देखे की हर दूसरे साल एक प्रधानमंत्री पर मुकदमा चलाया जाता है। पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति निक्सन पर मुकदमा चला है। प्रधानमंत्री के विषय में आखिर क्या महान बात है? 

जहां एक ओर आम आदमी पार्टी की सफलता के विषय में संदेह व्यक्त किया जा रहा है। वहीं पार्टी अगले साल होनेवाले मध्यप्रदेश चुनाव में हाथ आजमाने की तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी के राज्य समिति सदस्य शरद सिंह कुंभरे ने आज बताया कि पार्टी मध्यप्रदेश में राज्य समिति और 45 जिला स्तर की समिति पहले ही बना चुकी है। आनेवाले दिनों में ब्लाक स्तर की समितियां भी बनाई जाएंगी। हमरा प्रयास है कि हर गांव में 8-9 सदस्य हो। चुनाव में हमारा मुख्य मुद्दा भ्रष्टाचार, विकास, महिलाओं के खिलाफ अपराध के साथ ही कानून व्यवस्था को लेकर होगा। 

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