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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

केजरीवाल समर्थकों पर पुलिस ने जमकर किया बल प्रयोग

नई दिल्ली - कोयला ब्लॉक आवंटन पर कैग रिपोर्ट के मद्देनजर प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों की भीड़ जब अकबर रोड पहुंची, तो उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए और तेज पानी की बौछार की गई। बाद में पुलिस ने वहां लाठीचार्ज भी किया, जिसकी जद में कुछ मीडियाकर्मी भी आ गए।

इसके बाद पुलिस ने केजरीवाल को तमाम समर्थकों सहित हिरासत में ले लिया और बस में बिठाकर वहां से उन्हें मंदिर मार्ग थाने ले जाने का प्रयास करने लगी, लेकिन समर्थक बस के आगे लेट गए और पुलिस को उन्हें हटाने में  मशक्कत करनी पड़ी। केजरीवाल ने कहा, मैं यहां बात करने आया था और मुझे गिरफ्तार कर लिया गया।

इससे पहले, अरविंद केजरीवाल के समर्थकों ने पुलिस घेरा तोड़ते हुए संसद परिसर में प्रवेश कर लिया और जमकर नारेबाजी की। सुबह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के घरों के बाहर प्रदर्शन कर रहे अरविंद केजरीवाल और उनके समर्थकों को हिरासत में लिए जाने के बाद रिहा कर दिया गया।

रिहा होने के बाद केजरीवाल अपने समर्थकों के साथ जंतर-मंतर पहुंच गए और उन्होंने अपने समर्थकों से जंतर-मंतर पर जुटने की अपील की और कहा है कि वह एक बार फिर पीएम, सोनिया और गडकरी के घरों का घेराव करेंगे। हिरासत में लिए जाने के बाद इन सभी को संसद मार्ग थाने लाया गया, वहां से दिल्ली पुलिस ने इन्हें बवाना ले जाने की कोशिश की, लेकिन समर्थकों के हंगामे के बाद इन सभी को रिहा कर दिया गया।

जंतर-मंतर पर केजरीवाल ने कोयला घोटाले के संबंध में प्रधानमंत्री से 11 सवाल और गडकरी से 10 सवाल पूछे और कहा कि देश की जनता को इसका जवाब दें। उन्होंने कहा, सारी पार्टियां आपस में मिली हुई हैं और राजनीतिक दल मिलकर देश को लूट रहे हैं।

केजरीवाल ने मांग की कि कोयले के सारे लाइसेंस रद्द किए जाएं। उन्होंने कहा, कोयला ब्लॉक आवंटन में प्रति टन के हिसाब से रिश्वत ली गई है, जिसकी रकम सवा लाख करोड़ रुपये तक पहुंचती है। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि कोयला सचिव के बार-बार पत्र लिखने के बावजूद किन कारणों से उनकी बात नहीं मानी गई। उन्होंने बीजेपी, सीपीएम, बीजेडी के मुख्यमंत्रियों की गलत सलाह क्यों मानी।

सुबह में केजरीवाल और गोपाल राय को प्रधानमंत्री आवास के बाहर से हिरासत में लिया गया, जबकि मनीष सिसौदिया और और कुमार विश्वास कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास-10 जनपथ के बाहर से हिरासत में लिए गए।

संजय सिंह और अन्य लोग बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवास के बाहर से हिरासत में लिए गए। हिरासत में लिए गए लोग कोयला ब्लॉक आवंटन के मुद्दे पर अपने घेराव आंदोलन के तहत नेताओं के आवासों के बाहर जुटे थे।

कार्यकर्ताओं के एक प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने निषेधाज्ञा का उल्लंघन नहीं किया और एक स्थान पर केवल दो की संख्या में ही लोग एकत्र हुए। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को निषेधाज्ञा का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं को आगाह किया था कि वे इन स्थानों पर घेराव नहीं करें।
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