नई दिल्ली : अनशन तोडऩे से पहले टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बनने वाली नई पार्टी की रूपरेखा अपने समर्थकों से सांझा किया । केजरीवाल का कहना है कि उनका आंदोलन अब तीसरे चरण में पहुंच गया है। जनलोकपाल बिल की लड़ाई के बाद अब समय है संपूर्ण क्रांति का । इसके बाद अन्ना हजारे ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह लड़ाई अब सड़क से संसद तक जाएगी। संसद में गए तो हम क्या करेंगे?
-संसद में जाने के 20 महीने के भीतर जनलोकपाल बिल पारित करेंगे।
-संसद पहुंचने पर राजनीतिक विकल्प के तहत सांसदों की तनख्वाह होगी एक चौथाई कम।
-संसद पहुंचने पर विधायक और सांसद निधि पर लगेगी रोक, नहीं मिलेगी लाल बत्ती।
-हमारी पार्टी में कोई हाईकमान नहीं होगा, जनता हमें निर्देश देगी
-हमारे उम्मीदवार को चुनाव जनता करेगी
-सारे देश में घूमकर जनता से घोषणापत्र बनवाएंगे।
-पार्टी का नाम क्या होगा, इसके बारे में जनता बताएगी। अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में जनता से सुझाव मांगे।
-संसद में जाने के 20 महीने के भीतर जनलोकपाल बिल पारित करेंगे।
-संसद पहुंचने पर राजनीतिक विकल्प के तहत सांसदों की तनख्वाह होगी एक चौथाई कम।
-संसद पहुंचने पर विधायक और सांसद निधि पर लगेगी रोक, नहीं मिलेगी लाल बत्ती।
-हमारी पार्टी में कोई हाईकमान नहीं होगा, जनता हमें निर्देश देगी
-हमारे उम्मीदवार को चुनाव जनता करेगी
-सारे देश में घूमकर जनता से घोषणापत्र बनवाएंगे।
-पार्टी का नाम क्या होगा, इसके बारे में जनता बताएगी। अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में जनता से सुझाव मांगे।
