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टीम अन्ना के सदस्य नीरज कुमार को लिखे पत्र में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के सी द्विवेदी ने कहा कि डॉक्टरों ने सलाह दी है कि केजरीवाल, सिसौदिया और राय को तत्काल इलाज की और अस्पताल में भर्ती किये जाने की जरूरत है।
तीनों अनशनकारियों को आमरण अनशन पर बैठे आज आठवां दिन है और उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। हालांकि अन्ना हजारे और केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को अस्पताल में ले जाने को उनके आंदोलन को कमजोर करने की साजिश करार दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जबरदस्ती उन्हें जंतर मंतर से हटाया जाता है तो सरकार से आगे कोई बातचीत नहीं होगी।
केजरीवाल ने जंतर मंतर पर मौजूद समर्थकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि अगर उन्हें जबरदस्ती अस्पताल ले जाया जाता है तो वहां से निकालने की जिम्मेदार लोगों पर होगी। टीम अन्ना के कठोर रुख के बाद पुलिस ने उन्हें पत्र लिखा है।
द्विवेदी ने कहा कि उनका लगातार अनशन करना, इलाज नहीं होने देना और जंतर मंतर के मंच से यह घोषणा करना कि जबरदस्ती हटाने के नतीजे गंभीर होंगे, यह सब उन शर्तों के अनुरूप नहीं है जिन पर आपसी सहमति हुई थी। इससे कानून व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ सकता है।
पत्र में कहा गया है कि आपको डॉक्टरों की सलाह मानने की और अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय तथा मनीष सिसौदिया को तत्काल अस्पताल ले जाने की सलाह दी जाती है, ताकि उनकी जान को कोई खतरा नहीं हो। ऐसा नहीं होने पर किसी अप्रिय घटना की जिम्मेदारी सीधे तौर पर आपकी होगी।
उन्होंने कहा कि टीम अन्ना ने सात जुलाई को दिये हलफनामे में माना था कि वे आंदोलन के किसी भी स्तर पर किसी भी पुलिस अधिकारी द्वारा दिये गये समस्त कानूनी निर्देशों का पालन करेंगे।